सभी धम्म बन्धु सोने से पहले इस बात का मनन व अपने अंतर मन में करके विचार सोये कि क्या आज अपने पंचशील Panchsheel नियमों को फ़ॉलो या शील की सुरक्षा किया या नहीं? अगर कोई शील (शिष्टाचार) टूटा है, तो कल उस शील को तोङेंगे नही ऐसा प्रयास किजिए, या करते करते एक समय वक़्त आएगा जब आप पूरे शुद्ध तरीके से शील की सुरक्षा कर पाएंगे, How to follow Panchsheel.
पंचशील का पालन कैसे करें How to follow Panchsheel?
पंचशील Panchsheel
1) मैं प्राणी हिंसा से विरत रहने की शिक्षा ग्रहण करता / करती हूँ। (किसी भी जीव को न मारना)
2) मैं चोरी करने से विरत रहने की शिक्षा ग्रहण करता / करति हूँ।
3) मैं व्यभिचार से विरत रहने की शिक्षा ग्रहण करता / करति हूँ (मतलब:- शादी नही हूई हो तो ब्रह्मचर्य का पालन करूंगा/करूंगी; अगर शादी हुई हो तो अपने पत्नी/पति के अलावा किसी स्त्री या पुरुष के साथ गलत काम नहीं करूँगा/ नहीं करुँगी।
4) मैं मिथ्या वचन (झूठ बोलना, कठोर वानी,) से विरत रहने की शिक्षा ग्रहण करता/करति हूँ।
5) मैं शराब (वाइन) और मादक पदार्थों के सेवन करने से विरत रहनेकी शिक्षा ग्रहण करता/करती हूँ।
साधु साधु साधु
सोने से पहले त्रिरत्नो से क्षमा याचना करनी चाहिए
पाली भाषा में कुछ इस प्रकार से क्षमा याचना बोली जाती है !
कायेन,वाचा, चित्तेन पमादेन मयाकतं अच्चयं खम मे भंते भूरिपञ्ञ तथागत,अच्चयं खम मे धम्म संदिट्ठिक अकलिक,अच्चयं खम मे संघ सुपटिपन्न अनुत्तर!
इसका अर्थ यह है की “महाप्रज्ञा से युक्त उन तथागत भगवान बुद्ध जी के प्रति मेरी काया, वाणी और मन से कोई गलती हुई हो तो उस गलती के लिये मैं उन भगवान से क्षमा माॅंगता हूॅ, सांदृष्टिक श्रीसद्धर्म से भी क्षमा माॅंगता हूॅ और सुंदर मार्ग पर आरूढ़ आर्य महासंघ से भी क्षमा माॅंगता हूॅ !
दिनभर में जाने या अंजाने में बहुत गलतीयाॅं हो जाती है उसके लिये क्षमा माॅंगनी चाहिए !
यादी कोई पाप हो जाता है तो फिर से उस पाप को नहीं करूॅगा/करुॅगी इस प्रकार मन में अधिष्ठान करना चाहिए !
क्षमा याचना करने के बाद कुछ इस प्रकार से अपना संपूर्ण जीवन भगवान बुद्ध Gautam buddha जी को इस प्रकार से अर्पित कीजिए…!
मैं अपना संपूर्ण जीवन उन भगवान बुद्ध जी को समर्पित करता हूॅ/ करती हूॅ l
दूसरी बार भी मैं अपना संपूर्ण जीवन उन भगवान बुद्ध जी को समर्पित करता हूॅ/ करती हूॅ l
तिसरी बार भी मैं अपना संपूर्ण जीवन उन भगवान बुद्ध जी को समर्पित करता हूॅ/करती हूॅ l
यदी दुख अप्रिय लगता है तो पाप कभी मत करो यदी सुख प्रिय है तो हमेशा पुण्य ही करो क्योंकी पाप का दूसरा नाम “दुख” हैं और पुण्य का दूसरा नाम “सुख” हैं !
सोने के पहले आप सभी लोग जरा सोचिये इन में कितना पुण्य कर्म आज आप लोगों ने किया या नहीं !
आज इतना पुण्य कर्म नहीं किया है तो जल्दी पुण्य करने के लिए मेहनत करिए! क्यों की हम लोग मृत्यु के साथ हस्ताक्षर नहीं किये कि इतना समय जीवित रहेंगे !
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पुण्य करने के लिए प्रयास करिए, follow Panchsheel
१. बुद्ध वंदना करना, बुद्ध जी को फूल,अगरबत्ती ,पानी, दिया पूजा करना ,स्तूप ,बोधि वृक्ष पूजा करना,परित्राण chanting करना
२. पंचशील सुरक्षा करना Panchsheel protection
३. उपोसथ अष्टांग शील सुरक्षा करना
४. जानवर लोग को कुछ खाने,पीने केलिए देना
५ . भिखारी या गरीब लोग को अन्न ,वस्त्र दान देना
६ .महा संघ को दान देना
७ .Buddha Sanskar से धम्म श्रवण करना और धम्म Article’s पढ़ना.
८. दूसरों को Gautam buddha जी का पवित्र धम्म बता देना ,बुद्ध जी का पवित्र धम्म के बारे Posts, Article’s दूसरोंको भी share करना [धम्म दान देना ]
९. अपने पुण्य दूसरोंको अनुमोदन करना और दूसरोंको पुण्य आप अनुमोदित करना
१०.माता ,पिता ,बड़े बूढ़े ,गुरु लोगों को सेवा सम्मान करना ,
११.ध्यान ,साधना [मैत्री साधना ,बुद्धानुस्मृति ,अशुभ ,आनापान,विपस्सना] करना
आप सब लोग को मंगल कामना करता हूँ, की हर रोज ये सभी पुण्य करने के लिए मोका मिले! आज जितना भी पुण्य कर्म किया उसे याद करे और ”पुण्य पुस्तक” में लिखे !…पाप को जेहेर की तरह देखे और पुण्य बार बार करे !
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मैत्री साधना का विशेष 11 लाभ है।
- सुख से सोता है,
- सुख से जागता है,
- बुरे स्वप्न नहीं देखता है ,
- मनुष्योंका प्रिय होता है,
- अमनुष्योंका प्रिय होता है,
- देवता लोग उसकी रक्षा करते हैं
- अग्नि, विष या शस्त्रसे उसे हानि नहीं पहुँचती ,
- उनका चेहरा आकर्षित होता है ,
- मन तुरंत एकाग्र ,शांत होता है ,
- मरते समय उनका मन नहीं भटकता [चंचल ] है,
- मृत्यु के पहले अर्हन्तपद प्राप्त नहीं किया तो कम से कम ब्रह्मलोक में जन्म अवश्य प्राप्त होता है।
तथागत बुद्ध जी मेत्तानिसंस सुत्त
इसलिए सोने के पहले आप सभी लोग थोड़ी देर मैत्री साधना जरूर कीजिए, आप सब शील Panchsheel सुरक्षा कर सके मैं मंगलकामना करता हुँ!
नमो बुद्धाय धम्म बंधुओं मैं राहुल गौतम बौद्ध संस्कार.कॉम का फाउंडर हूँ, मैं यहाँ बुद्धिज़्म से जुडी संपूर्ण जानकारीयों को आप सभी के लिए इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से शेयर करता हूँ, जैसे कि बौद्ध संस्कार, बुद्ध वंदना, भगवान बुद्ध, बाबा साहब, एवं बुद्धिज़्म से जुड़ी समस्त महत्वपूर्ण जानकारीयों को पूर्णतः निःशुल्क रूप से बुद्धिज़्म जनहित कल्याण के लिए रिसर्च करके आप सभी धम्म बंधुओं के लिए लिखता हूँ। जय भीम।