सम्यक का अर्थ सही रुप से समझना,
सही रुप से बुझना और
सही रुप से मालुम करना की
किसी भी कर्म अच्छा है या बुरा,
ठिक है या वेठिक, कुशल हे या अकुशल।
व्यायाम का अर्थ Meaning of exercise
व्यायाम का अर्थ प्राक्टिस करना है,
अकुशल पाप, कर्म रोकने प्रयास,
कुशल कर्म को विकसित करते रहना।
शारीरिक व्यायाम से शरीर स्वस्थ होगी,
सही विचार और पुण्य कर्म की व्यायाम से
मन स्वस्थ, शान्ति और निर्मल होगी।
सम्यक व्यायाम :- 4 (तरिका से की जाती)
अकुशल धर्म में :-
1 ना सोच रखा अकुशल (पाप) कर्म को
( लोभ, मोह, दोष, ठगी,चोरी, झुठ) को
उत्पत्ति नहीं होने के लिये ईच्छा रखना,
प्रयत्न करना, प्राक्टिस करना।
2 सोच रखा अकुशल (पाप) कर्म को
( लोभ, मोह, दोष, ठगी आदि) को
हताने के लिय ईच्छा उत्पत्ति करना,
कोशिस करना।
कुशल कार्य में :-
1 उत्पत्ति ना हुइ कुशल धर्म
( मैत्री, करुणा, ध्यान, आर्य मार्ग) को
उत्पत्ति करने लिये, ईच्छा उत्पत्ति करना,
प्रयत्न करना, प्राक्टिस करना।
उत्पत्ति हो गय कुशल धर्म
( मैत्री, करुणा, ध्यान, आर्य मार्ग) को
स्थिर रखना,
कायम करने के लिये,वृद्धि के लिय
ईच्छा उत्पत्ति करना, प्रयत्न करना,सोचना ।
य है सम्यक व्यायाम, प्राक्टिस।
जो आर्य आष्टाङ्गिक मार्ग मध्ये का
यक मार्ग है ।
सम्यक व्यायाम से ध्यान और
मजबुत हो जायगी ।
आर्य आष्टाङ्गिक मार्ग पालना करने वाले
दुसरा जन्म हो तो, उच्च कुल में होगी,
उसके भाग्य मे दुःख कभी आयगी
॥ भवतु सव्व कल्याणं ॥
नमो बुद्धाय धम्म बंधुओं मैं राहुल गौतम बौद्ध संस्कार.कॉम का फाउंडर हूँ, मैं यहाँ बुद्धिज़्म से जुडी संपूर्ण जानकारीयों को आप सभी के लिए इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से शेयर करता हूँ, जैसे कि बौद्ध संस्कार, बुद्ध वंदना, भगवान बुद्ध, बाबा साहब, एवं बुद्धिज़्म से जुड़ी समस्त महत्वपूर्ण जानकारीयों को पूर्णतः निःशुल्क रूप से बुद्धिज़्म जनहित कल्याण के लिए रिसर्च करके आप सभी धम्म बंधुओं के लिए लिखता हूँ। जय भीम।